कांग्रेस वर्सेस फेसबुक,गूगल और इंटरनेट
 आखिरकार लोगों के बढ़ते हुए गुस्से से आजिज़ आ गई कांग्रेसनीत यूपीए  सरकार अब इंटरनेट कंपनियों से नाराज है। सरकार ने सोशल वेबसाइटों और इंटरनेट पर लगाम लगाने के लिए दबाव बनाना शुरू कर दिया है। केंद्रीय दूरसंचार और मानव संसाधन एवं विकास मंत्री कपिल सिब्बल ने गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, फेसबुक और याहू के अधिकारियों की एक बैठक बुलाकर कहा है कि धर्म से जुड़े लोगों, प्रतीकों के अलावा भारत के प्रधानमंत्री और कांग्रेस अध्यक्ष जैसी राजनीतिक हस्तियों के खिलाफ अपमानजनक सामग्री की निगरानी करें। सिब्बल ने यह भी कहा कि निगरानी के लिए सिर्फ तकनीक पर निर्भर न रहें बल्कि इसके लिए लोगों को लगाएं।
आखिरकार लोगों के बढ़ते हुए गुस्से से आजिज़ आ गई कांग्रेसनीत यूपीए  सरकार अब इंटरनेट कंपनियों से नाराज है। सरकार ने सोशल वेबसाइटों और इंटरनेट पर लगाम लगाने के लिए दबाव बनाना शुरू कर दिया है। केंद्रीय दूरसंचार और मानव संसाधन एवं विकास मंत्री कपिल सिब्बल ने गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, फेसबुक और याहू के अधिकारियों की एक बैठक बुलाकर कहा है कि धर्म से जुड़े लोगों, प्रतीकों के अलावा भारत के प्रधानमंत्री और कांग्रेस अध्यक्ष जैसी राजनीतिक हस्तियों के खिलाफ अपमानजनक सामग्री की निगरानी करें। सिब्बल ने यह भी कहा कि निगरानी के लिए सिर्फ तकनीक पर निर्भर न रहें बल्कि इसके लिए लोगों को लगाएं।   
लेकिन इंटरनेट कंपनियों के अधिकारियों ने सिब्बल को दिए गए दो टूक जवाब में कहा है कि वे ऐसा नहीं कर सकते हैं क्योंकि भारत में इंटरनेट पर सामग्री की भरमार है और इसे रोकना नामुमकिन है। इंटरनेट कंपनियों ने कहा है कि अगर किसी विशेष मामले में शिकायत की जाएगी तो वे उस पर कार्रवाई करने के लिए तैयार हैं। कंपनियों का यह भी कहना है कि यह तय करना काफी मुश्किल है क्या आपत्तिजनक है और क्या नहीं। गौरतलब है कि भारत में करीब ढाई करोड़ फेसबुक और 10 करोड़ लोग गूगल का इस्तेमाल करते हैं।
बैठक के दौरान सिब्बल ने कंपनी के अधिकारियों को फेसबुक पर सोनिया गांधी की कुछ आपत्तिजनक तस्वीरें दिखाईं। बैठक के दौरान उन्होंने कहा, 'आप लोग प्रोफेट मोहम्मद, प्रधानमंत्री और कांग्रेस अध्यक्ष की आपत्तिनजक तस्वीरों पर क्या सोचते हैं? इन तस्वीरों को देखकर किसी को भी बुरा लगेगा। भारत सरकार सेंसरशिप में यकीन नहीं रखता है। लेकिन विभिन्न समुदायों की भावनाओं को चोट नहीं लगने दिया जा सकता है। वे (इंटरनेट कंपनी) इन वेबसाइटों को चलाती हैं और उन्हें रेगुलेट करना चाहिए।'
आपत्ति की ये हैं वजहें!
फेसबुक पर हाल ही में ‘इंडिया अगेंस्ट कांग्रेस’ नाम से एक ग्रुप तैयार किया गया है। इसके पेज पर हर दिन पीएम, सोनिया या राहुल के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियां और तस्वीरें पोस्ट होती हैं और ऐसे पोस्ट के जवाब में कई लोग अनाप-शनाप टिप्पणियां भी करते हैं। फेसबुक पर इस पेज को ‘लाइक’ करने वालों की तादाद 13 हजार को पार कर गई है।
सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर लोग राजनेताओं या हस्तियों के खिलाफ टिप्पणी तो करते ही हैं, किसी धर्म विशेष के खिलाफ भी बयान देने से बाज नहीं आते। हाल में हिंदू देवी-देवताओं और मुस्लिम धार्मिक आस्थाओं के प्रति की गई अपमानजनक टिप्पणियों के संबंध में फेसबुक पर राम, कृष्ण एवं सीता के नाम से जुड़े एक शीर्षक वाले वाले ग्रुप के खिलाफ इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई।  कोर्ट की लखनऊ बेंच ने रिट याचिका पर सुनवाई करते हुए ने उत्तर प्रदेश सरकार से जांच की प्रगति के सम्बन्ध में स्टेटस रिपोर्ट मांगी है।
आर्मी फैन पेज बैन?
क्या फेसबुक ने केंद्र सरकार के आग्रह के बाद कार्रवाई शुरु कर दी है? यदि भारत के सबसे चर्चित फेसबुक पेजों में से एक इंडियन आर्मी फैन पेज (Indian Army Fans) की बात की जाए तो ऐसा ही लगता है। चार लाख लोगों से ज्यादा को जोडऩे वाला यह फेसबुक पेज मंगलवार शाम से दिखना बंद हो गया है। इसका यूआरएल  सीधे होमपेज पर रिडॉयरेक्ट कर रहा है।
इस पेज से जुड़े लोग अन्य पेजों पर अपने गुस्से का इजहार कर रहे हैं। अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करते हुए कहा, फेसबुक ने इंडियन आर्मी फैन पेज पर प्रतिबंध लगा दिया, चार लाख से ज्यादा लोग इसके मैंबर थे, क्या भारत में प्रजातंत्र है? फेसबुक पर यह पेज तो सीधे गायब सा हो गया है लेकिन अभी एक हफ्ता पहले ही अन्ना का आंदोलन चला रहे इंडिया आगेंस्ट करप्शन का पेज भी गायब हो गया था।
हालांकि आईएसी पेज का लिंक क्लिक करने पर फेसबुक का संदेश दिखता था कि जल्द ही यह पेज शुरु हो जाएगा लेकिन आर्मी फैन पेज का पूरी तरह फेसबुक से गायब हो जाना इस बात की ओर इशारा करता है कि फेसबुक ने सरकार के आग्रह पर काम करना शुरु कर दिया। 
(साभार - दैनिक भास्कर )
 
 Posted by Unknown 
										 on 09:10. Filed under
		
										 Posted by Unknown 
										 on 09:10. Filed under