उत्तरप्रदेश: मुजफ्फरनगर हिंसा में अब तक 26 लोगों की मौत
मुजफ्फरनगर : उत्तर प्रदेश में साम्प्रदायिक हिंसा की आग में सुलग रहे मुजफ्फरनगर जिले में रविवार को अलग-अलग वारदात में 15 और लोगों की मौत हो गयी। इसके साथ कल से अबतक इन वारदात में मरने वालों की संख्या बढ़कर 26 हो गयी है। पुलिस महानिरीक्षक, एसटीएफ, आशीष गुप्ता ने यहां संवाददाताओं को बताया कि मुजफ्फरनगर के कुछ इलाकों में आज भी दो समुदायों के बीच हिंसक झड़पें हुईं। इन वारदातों में जख्मी हुए तथा अस्पताल में भर्ती घायलों में से आज 15 और लोग मारे गये। अभी तक कुल 26 लोग मारे गये हैं, जबकि 40 अन्य घायल हुए हैं। हालांकि, मुजफ्फरनगर के जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने एक समाचार चैनल से बातचीत में कल से अब तक कुल 26 लोगों के मरने की पुष्टि की है। पुलिस महानिरीक्षक ने बताया कि हालात को काबू में करने के लिये कई जगह उपद्रवियों पर गोलियां भी चलायी गयीं। हालांकि इस कार्रवाई में किसी की मौत नहीं हुई है।
हिंसक झड़पों के मामले में अभी तक 52 लोग गिरफ्तार किये गये हैं। दिन में दो बजे के बाद से स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। जानमाल की क्षति पहुंचाने वालों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून का भी इस्तेमाल होगा। गुप्ता ने कहा कि इलाके में सोशल साइट फेसबुक और टिवटर, एसएमएस तथा मोबाइल एप्लीकेशन वाटसऐप के जरिये अफवाहें फैलायी जा रही हैं, ताकि समुदायों में मनमुटाव और नफरत भड़काई जा सके। साथ ही एक वीडियो भी साझा किया जा रहा है, जिसे पश्चिमी उत्तर प्रदेश की किसी घटना के तौर पर प्रचारित किया जा रहा है, जबकि सचाई यह है कि वह विदेश में किसी जगह फिल्माया गया दो-तीन साल पुराना वीडियो लगता है।
गुप्ता ने अपील की कि उस वीडियो को किसी भी दशा में पश्चिमी उत्तर प्रदेश की किसी भी घटना से जोड़कर ना देखा जाए। इसका मकसद उत्तेजना पैदा करना है। उन्होंने बताया कि मुजफ्फरनगर के पांच थाना क्षेत्रों सिसौली, शाहपुर, फुगाना, कलापार और धराकलां में आज कुछ घटनाओं की सूचना मिली। सिविल लाइंस, कोतवाली और नयी मंडी में कर्फ्यू अब भी लगा है। गुप्ता ने बताया कि जिले में सुरक्षा के व्यापक प्रबन्ध किये गये हैं। प्रभावित हर थाना क्षेत्रों में दो-दो कम्पनी केन्द्रीय बल लगाये गये है। ऐसे सभी गांव चिह्नित करके पर्याप्त बल लगाया गया है जहां कोई एक समुदाय अल्पसंख्यक है। सभी जगहों पर बल को बता दिया गया है कि अगर उपद्रवी जानमाल को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं तो वे नियमानुसार बल प्रयोग करें। सेना की तैनाती भी इसी मकसद से की गयी है।
उन्होंने बताया कि मुजफ्फरनगर तथा प्रभावित अन्य इलाकों में चार पुलिस महानिरीक्षक, 18 अपर पुलिस अधीक्षक, 23 उपाधीक्षक, 119 निरीक्षक तथा उपनिरीक्षक, 300 आरक्षी, अतिरिक्त अर्धसैनिक बल, 19 कम्पनी पीएसी, आठ कम्पनी आरएएफ, 19 कम्पनी सीआरपीएफ, चार कम्पनी आईटीबीपी तथा छह कम्पनी एसएसबी तैनात की गयी है। गृह विभाग के सचिव कमल सक्सेना ने बताया कि हिंसा की चिंगारी भड़काने वाली महापंचायत के आयोजन के लिये प्रशासन ने अनुमति नहीं दी थी। उन्होंने कहा कि देहात के इलाकों में हिंसा होने से स्थितियां थोड़ी मुश्किल हुईं, लेकिन अब उन पर काबू पा लिया गया है। गौरतलब है कि मुजफ्फरनगर में कल दो पक्षों के बीच हुई हिंसा में एक टीवी पत्रकार समेत 11 लोगों की मौत हो गयी थी, जबकि आज कुल 15 लोग मारे गये।
Posted by Unknown
on 08:31. Filed under
hindi news,
समाचार
.
You can follow any responses to this entry through the RSS 2.0.
Feel free to leave a response